SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By : Valmiki
- Cover : Paperback
- Language : Hindi
- Edition : 2011
- Pages : 160
- Weight : 250 gm
- Size : 7.9 x 5.5 x 1.6 inches
- ISBN-10: 8170284902
- ISBN-13: 978-8170284901
DESCRIPTION:
वाल्मीकि रामायण विश्व साहित्य की उन चुनिंदा अनुभूतियों में से है जिसे बच्चे जितने चाव से सुनते हैं, उतनी ही जिज्ञासा से दार्शनिक भी पढते हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवनचरित के माध्यम से रामायण जीवन के हर पहलू को छूती है। बुराई पर अच्छाई की जीत इसका मुख्य संदेश है, लेकिन उससे बढ़कर यह बताती है कि अपने कर्तव्यों का पालन करते हम किस प्रकार एक मर्यादित और संतुलित जीवन जिया जा सकता है। हजारों साल पहले लिखी होने के बावजूद यह आज भी प्रासंगिक है। मूल रूप से संस्कृत में लिखी रामायण का यह सरल हिंदी रूपांतरण है।
Description
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By : Valmiki
- Cover : Paperback
- Language : Hindi
- Edition : 2011
- Pages : 160
- Weight : 250 gm
- Size : 7.9 x 5.5 x 1.6 inches
- ISBN-10: 8170284902
- ISBN-13: 978-8170284901
DESCRIPTION:
वाल्मीकि रामायण विश्व साहित्य की उन चुनिंदा अनुभूतियों में से है जिसे बच्चे जितने चाव से सुनते हैं, उतनी ही जिज्ञासा से दार्शनिक भी पढते हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवनचरित के माध्यम से रामायण जीवन के हर पहलू को छूती है। बुराई पर अच्छाई की जीत इसका मुख्य संदेश है, लेकिन उससे बढ़कर यह बताती है कि अपने कर्तव्यों का पालन करते हम किस प्रकार एक मर्यादित और संतुलित जीवन जिया जा सकता है। हजारों साल पहले लिखी होने के बावजूद यह आज भी प्रासंगिक है। मूल रूप से संस्कृत में लिखी रामायण का यह सरल हिंदी रूपांतरण है।
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