Fiction
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SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Shakespeare (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2017
- Pages: 118 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10 : 9350642115
- ISBN-13: 9789350642115
DESCRIPTION:
विश्व साहित्य के गौरव, अंग्रेज़ी भाषा के अद्वितीय नाटककार शेक्सपियर का जन्म 26 अप्रैल, 1564 ई. को इंग्लैंड के स्ट्रैटफोर्ड-आन-ए वोन नामक स्थान में हुआ। उनके पिता एक किसान थे और उन्होंने कोई बहुत उच्च शिक्षा भी प्राप्त नहीं की। इसके अतिरिक्त शेक्सपियर के बचपन के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। 1582 ई. में उनका विवाह अपने से आठ वर्ष बड़ी ऐन हैथवे से हुआ। 1587 ई. में शेक्सपियर लंदन की एक नाटक कम्पनी में काम करने लगे। वहाँ उन्होंने अनेक नाटक लिखे जिनसे उन्होंने धन और यश दोनों कमाए। 1616 ई. में उनका देहान्त हुआ। प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार रांगेय राघव ने शेक्सपियर के ग्यारह नाटकों का हिन्दी अनुवाद किया है, जो इस श्रृंखला में पाठकों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Shakespeare (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2017
- Pages: 104 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10 : 9350642166
- ISBN-13: 9789350642160
DESCRIPTION:
विश्व साहित्य के गौरव, अंग्रेज़ी भाषा के अद्वितीय नाटककार शेक्सपियर का जन्म 26 अप्रैल, 1564 ई. को इंग्लैंड के स्ट्रैटफोर्ड-आॅन-ए वोन नामक स्थान में हुआ। उनके पिता एक किसान थे और उन्होंने कोई बहुत उच्च शिक्षा भी प्राप्त नहीं की। इसके अतिरिक्त शेक्सपियर के बचपन के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। 1582 ई. में उनका विवाह अपने से आठ वर्ष बड़ी ऐन हैथवे से हुआ। 1587 ई. में शेक्सपियर लंदन की एक नाटक कम्पनी में काम करने लगे। वहाँ उन्होंने अनेक नाटक लिखे जिनसे उन्होंने धन और यज्ञ दोनों कमाए। 1616 ई. में उनका देहान्त हुआ। प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार रांगेय राघव ने शेक्सपियर के ग्यारह नाटकों का हिन्दी अनुवाद किया है, जो इस श्रृंखला में पाठकों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Shakespeare (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2018
- Pages: 136 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10 : 9350643057
- ISBN-13: 9789350643051
DESCRIPTION:
विश्व साहित्य के गौरव, अंग्रेज़ी भाषा के अद्वितीय कवि-नाटककार विलियम शेक्सपियर को विश्व का ‘साहित्य सम्राट’ कहा जाता है। शेक्सपियर का जन्म इंग्लैंड में 26 अप्रैल, 1564 ई. में हुआ था और 52 वर्षों के अपने जीवन में उन्होंने 37 नाटक और अनेक कविताओं की रचना की। शेक्सपियर के नाटक दुनिया की प्रायः सभी भाषाओं में अनुवादित हो चुके हैं। उनके नाटक आज भी लोकप्रियता के शिखर पर हैं और विश्व का कोई भी रंगमंच ऐसा नहीं, जिसमें उनके नाटक न खेले जाएँ। इस पुस्तक में शेक्सपियर के 11 नाटकों पर आधारित कहानियाँ प्रस्तुत हैं जिनमें दुखांत और सुखांत दोनों प्रकार के नाटक सम्मिलित हैं। सरल, रोचक और पठनीय भाषा में लिखी ये कहानियाँ अवश्य ही आपको शेक्सपियर के मूल नाटक पढ़ने के लिए प्रेरित करेंगी।


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Shakespeare (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2018
- Pages: 104 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10 : 9350642077
- ISBN-13: 9789350642078
DESCRIPTION:
विश्व साहित्य के गौरव, अंग्रेज़ी भाषा के अद्वितीय नाटककार शेक्सपियर का जन्म 26 अप्रैल, 1564 ई. को इंग्लैंड के स्ट्रैटफोर्ड-आन-ए वोन नामक स्थान में हुआ। उनके पिता एक किसान थे और उन्होंने कोई बहुत उच्च शिक्षा भी प्राप्त नहीं की। इसके अतिरिक्त शेक्सपियर के बचपन के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। 1582 ई. में उनका विवाह अपने से आठ वर्ष बड़ी ऐन हैथवे से हुआ। 1587 ई. में शेक्सपियर लंदन की एक नाटक कम्पनी में काम करने लगे। वहाँ उन्होंने अनेक नाटक लिखे जिनसे उन्होंने धन और यश दोनों कमाए। 1616 ई. में उनका देहान्त हुआ। प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार रांगेय राघव ने शेक्सपियर के ग्यारह नाटकों का हिन्दी अनुवाद किया है, जो इस श्रृंखला में पाठकों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Shakespeare (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2015
- Pages: 112 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10 : 93506421410
- ISBN-13: 9789350642146
DESCRIPTION:
विश्व साहित्य के गौरव, अंग्रेज़ी भाषा के अद्वितीय नाटककार शेक्सपियर का जन्म 26 अप्रैल, 1564 ई. को इंग्लैंड के स्ट्रैटफोर्ड -ऑन-ए वोन नामक स्थान में हुआ। उनके पिता एक किसान थे और उन्होंने कोई उच्च शिक्षा भी प्राप्त नहीं की। इसके अतिरिक्त शेक्सपियर के बचपन के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। 1582 ई. में उनका विवाह अपने से आठ वर्ष बड़ी ऐन हैथवे से हुआ। 1587 ई. में शेक्सपियर लंदन की एक नाटक कम्पनी में काम करने लगे। वहाँ उन्होंने अनेक नाटक लिखे जिनसे उन्होंने धन और यश दोनों कमाए। 1616 ई. में उनका देहान्त हुआ। प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार रांगेय राघव ने शेक्सपियर के ग्यारह नाटकों का हिन्दी अनुवाद किया है, जो इस श्रृंखला में पाठकों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Shakespeare (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2017
- Pages: 104 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10 : 9350642131
- ISBN-13: 9789350642139
DESCRIPTION:
विश्व साहित्य के गौरव, अंग्रेज़ी भाषा के अद्वितीय नाटककार शेक्सपियर का जन्म 26 अप्रैल, 1564 ई. को इंग्लैंड के स्ट्रैटफोर्ड-आन-ए वोन नामक स्थान में हुआ। उनके पिता एक किसान थे और उन्होंने कोई बहुत उच्च शिक्षा भी प्राप्त नहीं की। इसके अतिरिक्त शेक्सपियर के बचपन के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। 1582 ई. में उनका विवाह अपने से आठ वर्ष बड़ी ऐन हैथवे से हुआ। 1587 ई. में शेक्सपियर लंदन की एक नाटक कम्पनी में काम करने लगे। वहाँ उन्होंने अनेक नाटक लिखे जिनसे उन्होंने धन और यश दोनों कमाए। 1616 ई. में उनका देहान्त हुआ। प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार रांगेय राघव ने शेक्सपियर के ग्यारह नाटकों का हिन्दी अनुवाद किया है, जो इस श्रृंखला में पाठकों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Shakespeare (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2015
- Pages: 136 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10 : 9350642875
- ISBN-13: 9789350642870
DESCRIPTION:
विश्व साहित्य के गौरव, अंग्रेज़ी भाषा के अद्वितीय नाटककार शेक्सपियर का जन्म 26 अप्रैल, 1564 ई. को इंग्लैंड के स्ट्रैटफोर्ड-आन-ए वोन नामक स्थान में हुआ। उनके पिता एक किसान थे और उन्होंने कोई बहुत उच्च शिक्षा भी प्राप्त नहीं की। इसके अतिरिक्त शेक्सपियर के बचपन के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। 1582 ई. में उनका विवाह अपने से आठ वर्ष बड़ी ऐन हैथवे से हुआ। 1587 ई. में शेक्सपियर लंदन की एक नाटक कम्पनी में काम करने लगे। वहाँ उन्होंने अनेक नाटक लिखे जिनसे उन्होंने धन और यश दोनों कमाए। 1616 ई. में उनका देहान्त हुआ। प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार रांगेय राघव ने शेक्सपियर के ग्यारह नाटकों का हिन्दी अनुवाद किया है, जो इस श्रृंखला में पाठकों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Shakespeare (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2018
- Pages: 112 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10 : 9350642093
- ISBN-13: 9789350642092
DESCRIPTION:
विश्व साहित्य के गौरव, अंग्रेज़ी भाषा के अद्वितीय नाटककार शेक्सपियर का जन्म 26 अप्रैल, 1564 ई. को इंग्लैंड के स्ट्रैटफोर्ड-आन-ए वोन नामक स्थान में हुआ। उनके पिता एक किसान थे और उन्होंने कोई बहुत उच्च शिक्षा भी प्राप्त नहीं की। इसके अतिरिक्त शेक्सपियर के बचपन के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। 1582 ई. में उनका विवाह अपने से आठ वर्ष बड़ी ऐन हैथवे से हुआ। 1587 ई. में शेक्सपियर लंदन की एक नाटक कम्पनी में काम करने लगे। वहाँ उन्होंने अनेक नाटक लिखे जिनसे उन्होंने धन और यश दोनों कमाए। 1616 ई. में उनका देहान्त हुआ। प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार रांगेय राघव ने शेक्सपियर के ग्यारह नाटकों का हिन्दी अनुवाद किया है, जो इस श्रृंखला में पाठकों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Shakespeare (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2017
- Pages: 168 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10 : 9350642174
- ISBN-13: 9789350642177
DESCRIPTION:
विश्व साहित्य के गौरव, अंग्रेज़ी भाषा के अद्वितीय नाटककार शेक्सपियर का जन्म 26 अप्रैल, 1564 ई. को इंग्लैंड के स्ट्रैटफोर्ड-आन-ए वोन नामक स्थान में हुआ। उनके पिता एक किसान थे और उन्होंने कोई बहुत उच्च शिक्षा भी प्राप्त नहीं की। इसके अतिरिक्त शेक्सपियर के बचपन के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। 1582 ई. में उनका विवाह अपने से आठ वर्ष बड़ी ऐन हैथवे से हुआ। 1587 ई. में शेक्सपियर लंदन की एक नाटक कम्पनी में काम करने लगे। वहाँ उन्होंने अनेक नाटक लिखे जिनसे उन्होंने धन और यश दोनों कमाए। 1616 ई. में उनका देहान्त हुआ। प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार हरिवंशराय ‘बच्चन’ ने शेक्सपियर के इस दुखान्त नाटक का पद्य-गद्यानुवाद किया है।


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Shakespeare (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2017
- Pages: 96 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10 : 9350642107
- ISBN-13: 9789350642108
DESCRIPTION:
विश्व साहित्य के गौरव, अंग्रेज़ी भाषा के अद्वितीय नाटककार शेक्सपियर का जन्म 26 अप्रैल, 1564 ई. को इंग्लैंड के स्ट्रैटफोर्ड-आॅन-ए वोन नामक स्थान में हुआ। उनके पिता एक किसान थे और उन्होंने कोई बहुत उच्च शिक्षा भी प्राप्त नहीं की। इसके अतिरिक्त शेक्सपियर के बचपन के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। 1582 ई. में उनका विवाह अपने से आठ वर्ष बड़ी ऐन हैथवे से हुआ। 1587 ई. मंे शेक्सपियर लंदन की एक नाटक कम्पनी में काम करने लगे। वहाँ उन्होंने अनेक नाटक लिखे जिनसे उन्होंने धन और यज्ञ दोनों कमाए। 1616 ई. में उनका देहान्त हुआ। प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार रांगेय राघव ने शेक्सपियर के ग्यारह नाटकों का हिन्दी अनुवाद किया है, जो इस श्रृंखला में पाठकों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Shakespeare (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2018
- Pages: 120 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10 : 9350643340
- ISBN-13: 9789350643341
DESCRIPTION:
विश्व साहित्य के गौरव, अंग्रेज़ी भाषा के अद्वितीय नाटककार शेक्सपियर का जन्म 26 अप्रैल, 1564 ई. को इंग्लैंड के स्ट्रैटफोर्ड-आन-ए वोन नामक स्थान में हुआ। उनके पिता एक किसान थे और उन्होंने कोई बहुत उच्च शिक्षा भी प्राप्त नहीं की। इसके अतिरिक्त शेक्सपियर के बचपन के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। 1582 ई. में उनका विवाह अपने से आठ वर्ष बड़ी ऐन हैथवे से हुआ। 1587 ई. में शेक्सपियर लंदन की एक नाटक कम्पनी में काम करने लगे। वहाँ उन्होंने अनेक नाटक लिखे जिनसे उन्होंने धन और यश दोनों कमाए। 1616 ई. में उनका देहान्त हुआ। प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार रांगेय राघव ने शेक्सपियर के ग्यारह नाटकों का हिन्दी अनुवाद किया है, जो इस श्रृंखला में पाठकों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Shakespeare (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2018
- Pages: 168 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10 : 9350642085
- ISBN-13: 9789350642085
DESCRIPTION:
विश्व साहित्य के गौरव, अंग्रेज़ी भाषा के अद्वितीय नाटककार शेक्सपियर का जन्म 26 अप्रैल, 1564 ई. को इंग्लैंड के स्ट्रैटफोर्ड-आन-ए वोन नामक स्थान में हुआ। उनके पिता एक किसान थे और उन्होंने कोई बहुत उच्च शिक्षा भी प्राप्त नहीं की। इसके अतिरिक्त शेक्सपियर के बचपन के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। 1582 ई. में उनका विवाह अपने से आठ वर्ष बड़ी ऐन हैथवे से हुआ। 1587 ई. में शेक्सपियर लंदन की एक नाटक कम्पनी में काम करने लगे। वहाँ उन्होंने अनेक नाटक लिखे जिनसे उन्होंने धन और यश दोनों कमाए। 1616 ई. में उनका देहान्त हुआ। प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार रांगेय राघव ने शेक्सपियर के ग्यारह नाटकों का हिन्दी अनुवाद किया है, जो इस श्रृंखला में पाठकों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Shakespeare (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2017
- Pages: 104 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10 : 9350642158
- ISBN-13: 9789350642153
DESCRIPTION:
विश्व साहित्य के गौरव, अंग्रेज़ी भाषा के अद्वितीय नाटककार शेक्सपियर का जन्म 26 अप्रैलए 1564 ई. को इंग्लैंड के स्ट्रैटफोर्ड-आन-ए वोन नामक स्थान में हुआ। उनके पिता एक किसान थे और उन्होंने कोई बहुत उच्च शिक्षा भी प्राप्त नहीं की। इसके अतिरिक्त शेक्सपियर के बचपन के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। 1582 ई. में उनका विवाह अपने से आठ वर्ष बड़ी ऐन हैथवे से हुआ। 1587 ई. में शेक्सपियर लंदन की एक नाटक कम्पनी में काम करने लगे। वहाँ उन्होंने अनेक नाटक लिखे जिनसे उन्होंने धन और यश दोनों कमाए। 1616 ई. में उनका देहान्त हुआ। प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार रांगेय राघव ने शेक्सपियर के ग्यारह नाटकों का हिन्दी अनुवाद किया है, जो इस श्रृंखला में पाठकों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Shakespeare (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2017
- Pages: 112 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10 : 9350642123
- ISBN-13: 9789350642122
DESCRIPTION:
विश्व साहित्य के गौरव, अंग्रेज़ी भाषा के अद्वितीय नाटककार शेक्सपियर का जन्म 26 अप्रैल, 1564 ई. को इंग्लैंड के स्ट्रैटफोर्ड-आन-ए वोन नामक स्थान में हुआ। उनके पिता एक किसान थे और उन्होंने कोई बहुत उच्च शिक्षा भी प्राप्त नहीं की। इसके अतिरिक्त शेक्सपियर के बचपन के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। 1582 ई. में उनका विवाह अपने से आठ वर्ष बड़ी ऐन हैथवे से हुआ। 1587 ई. में शेक्सपियर लंदन की एक नाटक कम्पनी में काम करने लगे। वहाँ उन्होंने अनेक नाटक लिखे जिनसे उन्होंने धन और यश दोनों कमाए। 1616 ई. में उनका देहान्त हुआ। प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार रांगेय राघव ने शेक्सपियर के ग्यारह नाटकों का हिन्दी अनुवाद किया है, जो इस श्रृंखला में पाठकों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं।


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Qamar Shaharoz (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2014
- Pages: 160 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10 : 8170285690
- ISBN-13: 9788170285694
DESCRIPTION:
उर्दू-साहित्य की श्रेष्ठ व्यंग्य रचनाओं का हिन्दी में प्रकाशित एकमात्र संकलन। यहाँ एक ओर ख़्वाजा हसन निज़ामी, पतरस बुख़ारी, शौकत थानवी, कृश्न चन्दर और मंटो की धारदार रचनाएँ हैं तो वहीं नरेन्द्र लूथर और मुज्तबा हुसैन के हास्य-परिहास से पूर्ण व्यंग्यात्मक-निबन्ध भी। यानी एक पुस्तक में सम्पूर्ण हास्य-व्यंग्य जगत। इसे सम्भव किया है।


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Anna Sewell (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2016
- Pages: 80 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10::81748300910
- ISBN-13: 9788174830098
DESCRIPTION:
एना सेवेल के प्रसिध्द उपन्यास 'ब्लैक ब्युटी' का सरल हिंदी रूपांतर।


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Satya Saran (Author)
- Binding :Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2011
- Pages: 224 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10::8170289327
- ISBN-13: 9788170289104
DESCRIPTION:
‘‘मुझे पता था कि गुरु दत्त अपनी कुण्डली पहले भी बनवा चुके थे और तो और उन्होंने मेरी भी कुण्डली बनवा दी थी, संयोग से हम दोनों की राशि कर्क ही निकली। उनका जन्म नौ को हुआ था। जब उन्हें ज्ञात हुआ कि मेरी पैदाइश एक की थी तो वह बहुत प्रसन्न हुए। ‘नौ और एक मिल कर दस होते हैं, और दस एक बहुत ही शक्तिशाली संख्या है।’ पण्डित ने कुण्डली देख कर कहा, ‘यह एक उत्तम कुण्डली है। अगला दशक चिन्तामुक्त रहेगा और जीवन मंगलमय।’ ‘और दस वर्ष के बाद?’ जिज्ञासु दत्त ने प्रश्न किया था। गुरु दत्त के प्रश्न के उत्तर में पण्डित ने उन्हें ध्यान से देख कर कहा, ‘अगले दशक के बाद मुझे एक विप्लव की सम्भावना नज़र आ रही है। तुम्हारी और अब्रार की साझेदारी के समापन के आसार हैं; अगर देखा जाये तो ज्योतिषी द्वारा की गयी यह भविष्यवाणी दत्त के व्यावसायिक जीवन के लिये प्रासंगिक थी। फिल्म जगत में किसी के लिये भी उतार चढ़ाव एक आम बात है, इसलिये मैंने ज्योतिषवाणी पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया किन्तु आगे जो घटा उसके कारण मेरा दृष्टिकोण बदल गया। मुझे अब नक्षत्रों के खेल पर विश्वास हो चला था...’’


SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Satya Saran (Author)
- Binding :Hardcover
- Language: Hindi
- Edition :2011
- Pages: 224 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10:: 8170289106
- ISBN-13: 9788170289104
DESCRIPTION:
‘‘मुझे पता था कि गुरु दत्त अपनी कुण्डली पहले भी बनवा चुके थे और तो और उन्होंने मेरी भी कुण्डली बनवा दी थी, संयोग से हम दोनों की राशि कर्क ही निकली। उनका जन्म नौ को हुआ था। जब उन्हें ज्ञात हुआ कि मेरी पैदाइश एक की थी तो वह बहुत प्रसन्न हुए। ‘नौ और एक मिल कर दस होते हैं, और दस एक बहुत ही शक्तिशाली संख्या है।’ पण्डित ने कुण्डली देख कर कहा, ‘यह एक उत्तम कुण्डली है। अगला दशक चिन्तामुक्त रहेगा और जीवन मंगलमय।’ ‘और दस वर्ष के बाद?’ जिज्ञासु दत्त ने प्रश्न किया था। गुरु दत्त के प्रश्न के उत्तर में पण्डित ने उन्हें ध्यान से देख कर कहा, ‘अगले दशक के बाद मुझे एक विप्लव की सम्भावना नज़र आ रही है। तुम्हारी और अब्रार की साझेदारी के समापन के आसार हैं; अगर देखा जाये तो ज्योतिषी द्वारा की गयी यह भविष्यवाणी दत्त के व्यावसायिक जीवन के लिये प्रासंगिक थी। फिल्म जगत में किसी के लिये भी उतार चढ़ाव एक आम बात है, इसलिये मैंने ज्योतिषवाणी पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया किन्तु आगे जो घटा उसके कारण मेरा दृष्टिकोण बदल गया। मुझे अब नक्षत्रों के खेल पर विश्वास हो चला था...’’

SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Rahul Sankrityayan (Author)
- Binding :Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2010
- Pages: 72 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10:: 8170284899
- ISBN-13: 9788170284895
DESCRIPTION:


SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Bhishm Sahani (Author)
- Binding :Hardcover
- Language: Hindi
- Edition :2012
- Pages: 128 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 9350640686
- ISBN-13: 9789350640685
DESCRIPTION:
आधुनिक हिन्दी कहानी के सफ़र में भीष्म साहनी एक महत्त्वपूर्ण नाम है। उनकी सर्वाधिक प्रिय कहानियों के इस संकलन में जीवन और समाज से गहरे जुड़े प्रश्नों को प्रस्तुत किया गया है। इनमें से अनेक कहानियाँ बेहद चर्चित हुई हैं। विशेष रूप से लिखी उनकी भूमिका हिन्दी कहानी की अनेक समस्याओं को उठाती है।


SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Bhishm Sahani (Author)
- Binding :Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2017
- Pages: 128 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 9350640694
- ISBN-13: 9789350640692
DESCRIPTION:
आधुनिक हिन्दी कहानी के सफ़र में भीष्म साहनी एक महत्त्वपूर्ण नाम है। उनकी सर्वाधिक प्रिय कहानियों के इस संकलन में जीवन और समाज से गहरे जुड़े प्रश्नों को प्रस्तुत किया गया है। इनमें से अनेक कहानियाँ बेहद चर्चित हुई हैं। विशेष रूप से लिखी उनकी भूमिका हिन्दी कहानी की अनेक समस्याओं को उठाती है।

SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Vijay Raghav Reddy (Author)
- Binding :Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2010
- Pages: 56 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170283302
- ISBN-13: 9788170283300
DESCRIPTION:


SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Gauhar Raza (Author)
- Binding :Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2017
- Pages: 176 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 9386534207
- ISBN-13: 9789386534200
DESCRIPTION:
एक संवेदनशील कवि-हृदय की धड़कन और एक वैज्ञानिक की नज़र-दोनों का संगम गौहर रज़ा की नज़्मों और ग़ज़लों की जान है। उर्दू की ख़ूबसूरती और हिन्दी की सादगी को शब्दों में पिरोने वाले, गौहर रज़ा,२०१६ तक वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद में वरिष्ठ वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत रहे । शायर और वैज्ञानिक होने के साथ-साथ वे एक सक्रिय सोशल एक्टिविस्ट और डॉक्यूमेंट्री निर्माता भी हैं । आम लोगों में ‘वैज्ञानिक चेतना जगाने’ पर शोध के लिए अपनी अंतर्राष्ट्रीय पहचान रखते हैं और कई सरकारी व ग़ैर-सरकारी संस्थानों के फ़ेलो (fellow) और एडवाइज़र भी हैं। गौहर रज़ा की शायरी के बारे में, मशहूर आलोचक और कवि, अशोक वाजपेयी का कहना है, “कविता एक तरह की ज़िद है, उम्मीद के लिए, और हमें कृतज्ञ होना चाहिए कि ऐसी कविता हमारे बीच और साथ है।”


SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Rashtrabandhu (Author)
- Binding :Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2012
- Pages: 32 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170284155
- ISBN-13: 9788170284154
DESCRIPTION:
इस पुस्तक में राष्ट्रबंधु जी ने बालोपयोगी प्रेरणात्मक जीवनियों का संग्रह किया है।
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