SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Prakash Pandit (Author)
- Binding :Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2012
- Pages: 104 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170283604
- ISBN-13: 9788170283607
DESCRIPTION:
वर्षों पहले नागरी लिपि में उर्दू की चुनी हुई शायरी के संकलन प्रकाशित कर राजपाल एण्ड सन्ज़ ने पुस्तक प्रकाशन की दुनिया में एक नया कदम उठाया था। उर्दू लिपि न जानने वाले लेकिन शायरी को पसंद करने वाले अनगिनत लोगों के लिए यह एक बड़ी नियामत साबित हुआ और सभी ने इससे बहुत लाभ उठाया। ज्यादातर संकलन उर्दू के सुप्रसिद्ध सम्पादक प्रकाश पंडित ने किये हैं। उन्होंने शायर के सम्पूर्ण लेखन से चयन किया है और कठिन शब्दों के अर्थ साथ ही दे दिये हैं। इसी के साथ, शायर के जीवन और कार्य पर-जिनमें से समकालीन उनके परिचित ही थे-बहुत रोचक और चुटीली भूमिकाएं लिखी हैं। ये बोलती तस्वीरें हैं जो सोने में सुहागे का काम करती हैं। अहमद नदीम कासमी ने अपनी शायरी की शुरुआत ग़ज़ल से की। ग़ज़ल में तो उन्होंने अपना नाम पैदा किया ही, साथ ही उन्होंने नज़्मों, रुबाइयों, कतओं, कहानियों, ड्रामों-साहित्य के सभी क्षेत्रों में लिखा है और बहुत खूब लिखा है। आज पाकिस्तान में अहमद नदीम कासमी का खास मुकाम है और उनकी लोकप्रियता सभी वर्ग के पाठकों में है।
Description
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Prakash Pandit (Author)
- Binding :Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2012
- Pages: 104 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170283604
- ISBN-13: 9788170283607
DESCRIPTION:
वर्षों पहले नागरी लिपि में उर्दू की चुनी हुई शायरी के संकलन प्रकाशित कर राजपाल एण्ड सन्ज़ ने पुस्तक प्रकाशन की दुनिया में एक नया कदम उठाया था। उर्दू लिपि न जानने वाले लेकिन शायरी को पसंद करने वाले अनगिनत लोगों के लिए यह एक बड़ी नियामत साबित हुआ और सभी ने इससे बहुत लाभ उठाया। ज्यादातर संकलन उर्दू के सुप्रसिद्ध सम्पादक प्रकाश पंडित ने किये हैं। उन्होंने शायर के सम्पूर्ण लेखन से चयन किया है और कठिन शब्दों के अर्थ साथ ही दे दिये हैं। इसी के साथ, शायर के जीवन और कार्य पर-जिनमें से समकालीन उनके परिचित ही थे-बहुत रोचक और चुटीली भूमिकाएं लिखी हैं। ये बोलती तस्वीरें हैं जो सोने में सुहागे का काम करती हैं। अहमद नदीम कासमी ने अपनी शायरी की शुरुआत ग़ज़ल से की। ग़ज़ल में तो उन्होंने अपना नाम पैदा किया ही, साथ ही उन्होंने नज़्मों, रुबाइयों, कतओं, कहानियों, ड्रामों-साहित्य के सभी क्षेत्रों में लिखा है और बहुत खूब लिखा है। आज पाकिस्तान में अहमद नदीम कासमी का खास मुकाम है और उनकी लोकप्रियता सभी वर्ग के पाठकों में है।
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